Rat Race for Dreams
खोयी हुयी जिंदगी है खोये हुए सपने हैं ,
सपनों की दौड़ में भाग रहे हैं हम,
झरने में कम पानी देखकर सागर ढूँढ रहे हैं हम,
भूल गये हैं सागर का पानी मिठास नहीं दे सकता,
भूल गये हैं आज का सपना कल खुशियाँ नहीं दे सकता,
भूल रहे हैं जो खुशी आज हम पर दीवानी है ,
कल दीवाना दूसरा बना ड़ालेगी ,
हमारी चाहत की आरजू को दूसरे की चाहत बना ड़ालेगी |
भूल रहे हैं वो अपनी रंगत के जाम को दूसरे को पिला ड़ालेगी ,
भूल रहे हैं वो अपने यौवन के चंचल चितवन को दूसरे का संभोग बना ड़ालेगी ,
और इस प्यास के प्यासे को सदा के लिए प्यासा ही छोड़ ड़ालेगी ,
प्यासा ही छोड़ ड़ालेगी |